tag:blogger.com,1999:blog-3286126586768298851.post3246627090878237499..comments2024-02-11T10:28:58.396+05:30Comments on दालान: गहने ...कुछ यूँ ही ...:))Ranjanhttp://www.blogger.com/profile/03013961954702865267noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3286126586768298851.post-26651185173097349702017-04-13T00:57:13.089+05:302017-04-13T00:57:13.089+05:30बहुत सुंदर विवेचन ।बहुत सुंदर विवेचन ।महाभारतhttps://www.blogger.com/profile/17297456246049926296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3286126586768298851.post-17192687543415647582016-11-22T12:38:31.922+05:302016-11-22T12:38:31.922+05:30कभी-कभी तैरना न जानने वाले भी जिद्द मे आ के नदी मे...कभी-कभी तैरना न जानने वाले भी जिद्द मे आ के नदी मे कूद जाते है..और डूबते हुए उनकी जो दो अगुलियाँँ दिखती है वही जीतने की जीजिविषा दिखाती है...जीतने की कोशिश तो की जिंंदगी हार गई तो कोई बात नही....अभिमान रूपी गहना किसी पर नही शोभता पुरुष हो या स्त्री...इस शौक से बेहतर है बगैर गहने के जीवन गुजर जाए..Anonymousnoreply@blogger.com