tag:blogger.com,1999:blog-3286126586768298851.post6444655201000069040..comments2024-02-11T10:28:58.396+05:30Comments on दालान: प्रोजेक्ट मैनेजमेंट , पार्ट 1 Ranjanhttp://www.blogger.com/profile/03013961954702865267noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3286126586768298851.post-78234715092526658182017-06-11T20:16:47.752+05:302017-06-11T20:16:47.752+05:30बहुत विचारोतेजक लेख ! यदि कहीं ट्रेन, हवाई जहाज मे...बहुत विचारोतेजक लेख ! यदि कहीं ट्रेन, हवाई जहाज में कोई बडबोला खुद अपनी पीठ ठोकते मिल जाय तो तय मानिए वह बिहार कैडर का कोई अधिकारी है. मै ऐसा इसलिए कह रहा हूँ कि ऐसे 'मीडियाकर' नौकरशाहों ने बिहार में योजनाओं की सार्थकता का गला घोंट दिया है जिसे आपने requirement analysis पद से अभिहित किया है. यहाँ योजनाओं के प्रारूपण और रूपांकन का नेतृत्व इंजीनियरों के हाथ में न होकर गैर तकनीक अनुभव हीन बडबोले नौकरशाहों के हाथ या फिर उनके भी आका " छोटे मियाँ छोटे मियाँ , बड़े मियाँ सुभान अल्लाह " राजनीतिज्ञों के हाथ रहता है. यदि इसकी सच्चाई परखना चाहते हैं तो राजेंद्रनगर स्टेशन से आगे वाले उस त्रिकोणात्मक खाई वाले उपरी पुल पर चढ़ीये जो बहादुरपुर गुमटी से राजेंद्रनगर की ओर और दूसरा सिरा कुम्हरार की ओर जाता है.विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.com