Thursday, April 23, 2009

रेलगाडी का अपहरण

रेलगाडी का अपहरण ! मतलब की सुन के माथा चकरा गया ! आदमी का , हवाई जहाज का पनिया जहाज का , ई सब का अपहरण सुने थे - रेलगाडी के अपहरण का आईडिया जिसके पास आया था - उसको पुरस्कार मिलाना चाहिए !
बच्चा थे त चरी सुने थे , फिर डकैती कैसे होता है सुने और देखे भी ! हम लोग का बाल बच्चा सब त जनम से ही आतंकवाद , नकसलवाद सुन रहा है ! बाबु , जमाना अडवांस हो गया है !
अब कुछ दिन में सुनियेगा की पटना का अपहरण हो गया :( एक पत्रकार बोला , बबुआ लालू जी त १५ साल से पूरा बिहार का ही अपहरण किये हुए थे ! वाह ! भाई वाह ! तले दुसर पत्रकार बोला की - महाराज ई नेता सब त पूरा देश का ही अपहरण कर लिया है ! हो गया शुरू - बहस !
ई सब लोगिक सुन के लगा की रेलगाडी का अपहरण त कुछ नहीं है :( सब कोई लुटने पर लगा हुआ -लगता है बहुत कुछ हाथ से फिसल गया ! दुःख हुआ - टेंशन में नींद आ गया !
सुबह नींद खुला त सुने की शर्मा जी का गाडी चोरी हो गया ! वाइफ बोली की - बीमा से पैसा उनको मिल जायेगा - आप जाईये और कुछ लूट कर लाईये तब घर में कुछ चूल्हा चौकी जलेगा !
बेटा सब बात चित सुन रहा था - हंसने लगा - और गाने लगा -
यह देश है वीर लुटेरों का ,
ड़कैतों का
इस देश का यारों
क्या कहना ?

4 comments:

उपाध्यायजी(Upadhyayjee) said...

राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट.
भाई इसमे पीछे तो केवल मिद्दले क्लास और नौकरी पेशा वाले लोग रह जाते हैं. खैर आप भी कुछ पौवा bhidaaiye और लूटने का जुगाड़ देखिये. वोट का समय है अभी कुछ भी अपहरण कर सकते हैं बस आपके पास २-४ लाख वोट होना चाहिए.

Anil Kumar said...

पूरे देश का "अप+हरण" हो ही चुका है। तभीये इतना काला धन पहूंचा बिदेस मा!

डॉ .अनुराग said...

इस देश का इंशोरेंस कौन करेगा जी ?????

Fighter Jet said...

idea accha hai..lagta hai..bahte ganga me hath dho hi lena chahiye :)