Wednesday, October 1, 2014

आम ही आम ....

खूब ऊँचा पलंग 
पलंग के नीचे बोरा ( जूट बैग ) 
बोरा के ऊपर भूसा 
भूसा में तरह तरह का आम 
रात भर सुगंध आता है ! :)) 
भोर आम - दोपहर आम - शाम आम - रात आम !
आम दूध - आम चिउरा - आम रोटी !
मालदह आम - बिज्जू आम - कलकतिया आम - बम्बईया आम !
लंगड़ा आम - केरवा आम - सिंदुरवा आम - मिठुआ आम - सीपिया आम !
आम ही आम !!!
~ "दालान" 

@RR २१ जून २०१२ 

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