नितीश कुमार ने नया कानून लाया है ! बढ़िया है ! पर मेरे भी कुछ सवाल हैं - हुज़ूर , आपके पहले तीन साल में सिर्फ और सिर्फ आपका एक डिपार्टमेंट करीब १०० करोड़ का प्रचार अखबारों में करता है ! अगर पांच साल का हिसाब जोड़ा जाये तो यह आंकड़ा करीब २०० करोड़ तक पहुँच जायेगा ! बढ़िया है - आपके काम का प्रचार तो होना ही चाहिए ! जी यह डिपार्टमेंट आपके खासमखास अधिकारी चलाते हैं जो खुद एक बहुत बड़े नेता के दामाद हैं और उनके बड़े भाई 'दिल्ली' में एक बहुत बड़े अखबार समूह में संपादक ! इस डिपार्टमेंट का काम है आपके काम काज को जनता तक पहुँचाना ! २०० करोड़ खर्च दिए गए ! जी , किसी राजा राजवाडा ने यह पैसा दान में नहीं दिया था - शायद यह पैसा हम जनता के खून पसीना की कमाई का है ! तभी तो आप भ्रष्ट अधिकारिओं के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं ! २०० करोड़ में करीब २०० बेहतरीन स्कूल खोले जा सकते थे - पर आपके काम - काज का प्रचार भी तो करना जरुरी था !
हुज़ूर , ऐसा कहा जाता है की आपके शासन काल में जिला के कलक्टर और पुलिस कप्तान जब तब बदल दिए गए ! क्या आप यह दावा कर सकते हैं के इस तरह के तबादला बिना किसी लेन देन या जातिगत दुराग्रह के बिना किया गया ! पटना के कई 'मलाईदार' जगहों पर सिर्फ और सिर्फ एक ही जाति और क्षेत्र से आते हैं ! क्या यह सही नहीं है की - आपका एक पुलिस कप्तान जब तक पटना में रहा - खुलेआम कुछ ख़ास जातिओं को गाली देता फिरता था ! क्या ब्राह्मण , राजपूत , भूमिहार में जनम लेना अपराध है ? अगर यह है तो कृपया कोई ऐसा कानून लायें - जिससे इनका जात बदला जा सके !
क्या यह सही नहीं है की आप 'बटाईदार' कानून लाने को बेताब हैं - फिलहाल के लिए यह ठन्डे बसते में दाल दिए हैं - पर जैसे ही आप अगला चुनाव जीतेंगे - यह ठंडा बस्ता से गरम बस्ता में आ जायेगा ! यह कानून बहुत जरुरी है - पर क्या यह आपके गृह जिले में भी लागू होगा ! वहां मत कीजिएगा - वरना हर बार की भांति आप अपने जिले में भी चुनाव हार सकते हैं ! अब राजा हारने के लिए थोड़े ही राजा बना है ?
क्या यह सही नहीं की - पटना जिला के एक ख़ास इलाके में एक ख़ास जाति के जमीन कौड़ी के दाम सरकार ने हजारों एकड़ के रूप में ख़रीदा है - आज ये किसान खुश हैं - लेकिन ये पैसा जैसे ही ख़त्म होगा - ये अस्तित्व विहीन हो जायेंगे - जड़ विहीन भी ! आपने पुनपुन और फतुहा के इलाकों के ज़मीन का अधिग्रहण इसलिए नहीं किया क्योंकि वहां आपके जाति के लोगों की जनसँख्या ज्यादा है !
क्या यह सही नहीं है की एक राष्ट्रीय राजमार्ग का रास्ता सिर्फ और सिर्फ इसलिए बदल गया की आपका घर और आपका कुछ जमीन भी अधिग्रहण हो रहा था ! और करीब चालीस किलोमीटर तक 'सवर्ण' जातिओं के जमीन के दाम बढ़ रहे थे ! या फिर उनके रोजगार के अवसर ! सिर्फ चालीस किलोमीटर के चक्कर में आप ने राष्ट्रीय राजमार्ग का १०० साल पुराना इतिहास और भूगोल बदल दिया !
क्रमशः
रंजन ऋतुराज सिंह - इंदिरापुरम !
8 comments:
oh..agar nitish bhi lalu ki tarah jatiwad karte rahenge..to fir Bihar fir 40-50 sal aur poche chalajayega..
waise hi bahut age ho jaise!
lagta tha nitish ki sarkar kutch accha karegi..par is tarah ki policies agar sach me ho rakha ho to fir ..kya kahna
baat bahut patte ki kahi hai......inmeshe sari bate toh nahi........parantu kafi sari batte sach hai..........agar yaha bahut sare acha kaam ho rahe hai.........toh kuch galat bhi ha raha hai.........jarurat hai........usko samne lane ki.
अभी बहुत कुछ बदलेगा, बस देखते जाइये
लगता है इस कानून से आप बहुत भयभीत हैं। तभी तो 'रहस्यमय' शैली में लिख रहे हैं। जिसके पास कहने को ठोस नहीं होता वह यही शैली अपनाता है।
खैर बिहार की जय हो; इसी तरह नये-नये आयाम छूवे, बिहार।
AAPKI KAHI KUCHH BATEN SATY HON...BAAWJOOD ISKE AAJ KE DIN ME SHAYAD KOI BIHARI NAHI CHAHEGA KI NITISH KE VIKALP ROOP ME LALOO SHASHAN FIR SE AAYE...
BIHAAR ME BAHUT KUCHH BAHUT HI ACHCHHA BHI HO RAHA HAI...KABHI USPAR BHI DRISHTIPAAT KIJIYE...
आपकी बातो में दम है. एक एक कर के इमानदार अधिकारी जिस तरह से किनारे किये जा रहे हैं उससे तो यही लगता है की बिहार में जातिवाद से ऊपर कुछ नहीं है. चाहे वो वो लालू-रबरी का हो या नितीश कुमार हो. इधर चुनाव नजदीक आते नितीश कुमार कुछ ज्यादा तत्पर हो गए हैं. विकास के नाम पर केवल रोड बन पाए हैं. भूखा तो एक बूंद पानी से ही संतुष्ट हो जाता है. वही हाल है. निवेश के नाम पर सब कुछ गोल. और बाहर वालो को ये संसय हो आ ना हो लेकिन बिहार में रहने वालो को ये संज्सय जरूर है की इस बार आना मुस्किल है. और इसके लिए खुद नितीश जिम्मेवार होंगे. जीस तरह से कांग्रेस पैठ बना रही है बिहार में उससे तो लगता है की कुर्मी छोड़ कर इनका सारा वोट कटेगा और ये रोड पर होंगे. बाद में कांग्रेस लालू और रामविलास एक साथ. अगर बीजेपी आक्रामक नहीं हुई तो नितीश का जाना तय है.
Yar apne bahut sahi likha hai. nitish acts like poisonous snake.but we ve no alternative. BJP shuld snap its ties with nitish and give alternative.
Bhaiya G,,,, 15 saal tak agar aap apne ghr ki safai nahi karo uske bad jab safai karoge to nani yaad aajegi... meri umar 20 sal hai lekin maine apni is life ko 15 sal lalu g ke shashan me aur 5 niteesh ji k shashan me bitaya hai. hamare gawon me 1 sadak thi log kahate hai wo Sawargiya Ramlakhan babu k bad kisi ne nahi banayi na maine khud dekhi.. lekin aaj aap us sadak par jaoge to 15 aur 5 ka antar pata chal jayega. yaar kisi bhi rajye ya desh k vikash me road k mahatva se inkar kar sakte ho to kaho. aaj lakho ladkiyan school jane lagi hai padhne na ki bhais charane... is par bhi dhyan dijiye... hamesh ungli karne se kuchh nahi hoga sahyog kare tabhi vikash hoga..
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