लालू जी को अपनी 'भैंस' के कारण नाम और बदनाम दोनों मिला ! अब भला नीतिश जी क्यों पीछे रहे ? उन्होंने एक 'बकरी' पाल रखा है ! जहाँ कहीं भी जाते हैं - अपनी ' बकरी' को साथ मे ले जाते हैं ! 'बकरी' की शिक्षा - दीक्षा काफी अच्छे स्कूल कॉलेज मे हुई है ! लेकिन यह बकरी जब "नालंदा' वाली मगही मे " मेमीआती" तो नीतिश जी का दिल बाग़ बाग़ हो जाता है ! "बिहार" नालंदा है और "नालंदा" ही बिहार है ! मुझे कई पत्रकार बोले की - हर जनता दरबार मे इस बकरी को बगल मे बिठा - पूरे राज्य को यह संदेश देना चाहते हैं की - अब बिहार मे बकरीवाद ही चलेगा ! "बकरीवाद" के चलते - राज्य के मुठ्ठी भर 'शेर' परेशान हैं ! ( गौर तलब है - नीतिश जी बिहार के "सवर्ण" समुदाय को "मुठ्ठी भर लोग " कह कर बुलाते हैं )
नीतिश के कुछ चमचों बेलचों सलाह दी की किसी बकरे को "शेर" की शक्ल दे दी जाए ! नीतिश जी के ख़ास 'बकरी' के चहेते 'बकरे' को रंगा - पोता गया - 'शेर' की शक्ल दी गयी और राजधानी की सुरक्षा मे लगा दिया गया ! अब यह नादान बकरा उछल कूद कर हर रोज "मुठ्ठी भर " लोगों को चुन चुन कर मारता है ! मारना भी चाहिए - जब तक मुठ्ठी भर लोग ख़त्म नही होंगे - बिहार मे "बकरीवाद " कैसे आएगा ?
दिल्ली के समीप "नॉएडा" मे करोड़ों की लागत से नीतिश की बकरी का महल तैयार हो रहा है ! कई और बकरी हैं जिनके पैसे इंदिरापुरम और नॉएडा के बड़े बड़े प्रोजेक्ट मे लगे है ! भाई , यह सब नीतिश राज मे शाकाहारी भोजन से बचाए हुए पैसे हैं !
नीतिश जी बहुत इमानदार हैं ! अब्दुल कलाम के नालंदा दौरे मे "सिंगुर" वाली समस्या हो गयी ! ख़बर को कम महत्वपूर्ण और दबाने के मे कई 'पत्रकार' भाई मालामाल हो गए ! "नालंदा" की उपजाऊ जमीन को जबरदस्ती लिया गया ! कीमत भी बाज़ार से कई गुना कम ! जाती गत आधार पर "गाओं" का "गाओं" साफ किया गया !
नीतिश जी मुस्कुराते हैं ! मंद मंद ! और अपनी बकरी को शाकाहारी घास फूस देते हैं !
लिखने को बहुत कुछ है - धीरे धीरे - ! चलिए तबतक हम कुछ मांसाहारी भोजन कर आयें !
रंजन ऋतुराज सिंह , नॉएडा
3 comments:
I was wondering, Nitish is doing whole bunch of changes but why can't police forces? A DGP of Bihar he couldn't change law and order during the regime of Rabri Devi, how can he will control it now?
Atleast he should have changed two main figures of Bihar DGP and SSP of Patna. They are same folks who were responsible for law and order during Rabri's government.
कमाल है भाई , लालू , नीतिश दोनों पशुप्रेमी निकले चारा घोटाले की गुन्जाईस यहाँ भी है कि नही ? कल्ह तक जो सिरमौर था .वो आज मुठ्ठी भर हो गया . तो ये मुठी भर लोग चुटकी मे मसलने की तैयारी कर रहे हैं की
खाली चुटकी ले रहे हैं ?
नालंदा में किसानों के साथ जो हुआ उसके बारे में पूरी जानकारी बाहर आनी ही चाहिए. लेकिन यह भी नहीं भूलना चाहिए कि नालंदा अपने जिस अतीत के लिए जाना जाता है उसको फिर से वापस मिलना चाहिए. आखिरकार वहां एसईजेड नहीं बल्कि एक विश्वविद्यालय बन रहा है.
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