कारी कारी बदरी बनू
बादलों के संग घूमूं
पवन के झोकों पे...
मस्त होके झूमू
बारिश की बूदें बन...
इस धरती पर बरस जाऊं
बहारों के सपनों संजोये
बूँद बूँद बह जाऊं
सावन बन जाऊं...
बादलों के संग घूमूं
पवन के झोकों पे...
मस्त होके झूमू
बारिश की बूदें बन...
इस धरती पर बरस जाऊं
बहारों के सपनों संजोये
बूँद बूँद बह जाऊं
सावन बन जाऊं...
कभी किसी नदिया पे
कभी किसी पर्वत पे
कभी किसी बच्चे के
कागज़ की नाव पे ...
कभी किसी गौरैया पे
कभी किसी गैया पे
कभी किसी प्रेमी के
दहकते हुए सीने पे...
बूँद बूँद बह जाऊं
सावन बन जाऊं ...:))
~ सावन
पेंटिंग साभार : रौफ जानिबेकोव
कभी किसी पर्वत पे
कभी किसी बच्चे के
कागज़ की नाव पे ...
कभी किसी गौरैया पे
कभी किसी गैया पे
कभी किसी प्रेमी के
दहकते हुए सीने पे...
बूँद बूँद बह जाऊं
सावन बन जाऊं ...:))
~ सावन
पेंटिंग साभार : रौफ जानिबेकोव
@RR
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