Tuesday, October 19, 2010

बिहार तमाशा - भाग चार !

भाग तीन संजय भैया लिख चुके हैं !

आज प्रथम चरण का चुनाव प्रचार समाप्त हो गया होगा ! अब असली काम शुरू हुआ होगा ! बोरा का बोरा - ठूंस के - टोला - टोला , गाँव - गाँव एजेंट लोग घूम रहा होगा ! नितीश बाबु ने बहुत कुछ किया उसमे से एक काम था पूरा बिहार को शराबी बना दिया ! सो आज - कल और परसों मस्त लाईफ होगा ! पटना गया था - कौन ऐसा गली नहीं था जहाँ शराब का दूकान नहीं था - सबका बोर्ड एक डीजाईन का ! लौ - ऑर्डर ठीक है सो किसी शराब के दूकान में पहले जैसा लोहा का सुरक्षा कवच नहीं था !

इस बार कार्यकर्ताओं में कोई उत्साह नहीं है ! अब देखिये - अफसर राजा हो गया ! एक अफसर अपने अंदर कई हज़ार 'साधू - सुभाष' को डकार सकता है ! पर् सब कुछ 'लौ -ऑर्डर' के अंदर ! साधू - सुभाष जैसा नहीं - खाली हल्ला ! खाया पिया कुछ नहीं और गिलास तोडा बारह आने का ! तो मै बात कर रहा था - कार्यकर्ताओं के उत्साह का ! :( सब ठंडा है ! पांच साल में मुख्यमंत्री जब मिनिस्टर से नहीं मिलते थे तो कार्यकर्ताओं का क्या अवकात ? जे कामया से अफसर और ठेकेदार  ! बहुत कार्यकर्ता मास्टर बन गया - कम से कम महीना में पांच हज़ार त मिलेगा :) एक नितीश जी के पार्टी के राष्ट्रीय 'महासचिव' से मिले - मोटरसाईकील पर् ढनमना रहे थे ! हम बोले - काश आप नालंदा के होते :) आपके लिए नितीश अंकल हेलोकोपटर का इंतजाम करवा देते ! खैर , नितीश जी का पार्टी है - हम कौन होते हैं कुछ बोलने वाले !

कॉंग्रेस का तो अजीब हाल है ! दिल्ली में बैठा हुआ सब चाहता ही नहीं है कि कॉंग्रेस बिहार में मजबूत हो ! जगदीश टाईटलर आये थे - खाया - पिया पप्पू यादव से दोस्ती किया और कॉंग्रेस को और कमज़ोर कर के निकल पड़े ! :) अनील शर्मा - कैसा नेता हैं - आज तक नहीं समझ पाया ! अरे बाबा - पांच साल में एक क्षेत्र तो बना लिया होता ! महबूब कैसर आये - चांदी कि कुर्सी दिखाने में ही व्यस्त रहे - हम खानदानी मुसलमान हैं - तब तक अशोक राम सब टिकट 'ब्लैक' कर दिया ;) मुकुल जी के सहायक 'मित्तल' का फोन नंबर जिसको मिला - वो समझा कि हमको टिकट मिल ही गया :) हाय रे - नेतागिरी ! कॉंग्रेस का प्रचार टी वी पर् आता है " अब देश कि रफ़्तार से जुडेगा बिहार" ! ऐसा लगता है कि किसी मोबाईल कंपनी का प्रचार है - एयरटेल का ! इस पार्टी के पास बहुत 'धैर्य' है ! तब तक हम .....

लालू पर् कोई विश्वास करने को तैयार नहीं है ! यादव साथ हैं - कुछ मुसलमान भी और पासवान जी के कारण - पासवान लोग ! लालू अगर हनुमान कि तरह अपना सीना फाड़ के बोलें - देखो इसके अंदर 'विकास' है - कोई नहीं मानेगा ! हम सब को यही उम्मीद थी की - लालू शायद 'रघुवंश बाबु' को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करेंगे - पर् लालू अभी 'शहीद' होने को तैयार नहीं थे ! लेकिन बहुत मेहनत कर रहे हैं ! शत प्रतिशत यादव् उनके साथ हैं ! मुसलमान अगर कॉंग्रेस और नितीश में नहीं बंटे तो लालू नितीश को 'हरदी चुना' बोलने पर् मजबूर कर सकते हैं !

बेचारी भाजपा :( सन २००० के चुनाव में 'कैलाशपति मिश्र' इसको बर्बाद किये - इसबार उनके एकमात्र चेला 'सुशिल मोदी' ! जय हो ! नितीश डुगडुगी बजाते हैं और भाजपा वाला सब नाचता है ! सी पी ठाकुर के कारण 'रामलीला' के मैदान में 'धृतराष्ट्र' वाला खेल खेला गया ! चलिए , इसी बहाने पूरा बिहार विवेक ठाकुर को जान गया :) संजय झा खाते भाजपा के हैं और झोला नितीश का उठाते हैं ! सब कोई 'सुशिल मोदी' बन नितीश से नज़दीक होना चाहता है - अब नितीश कितना इंटरटेन करें - बोले की आप सभी 'सुशिल मोदी' कि अगुआई में मेरी प्राईवेट लिमिटेड पार्टी में मिल जाईये ! खैर , अन्तोगत्वा नितीश आडवानी का इज्जत रखे और उनका 'बिहार प्रवेश' करवा ही दिए !

क्रमशः


रंजन ऋतुराज सिंह - इंदिरापुरम !

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