- केरल राज्य माध्यमिक परीक्षा मे प्रथम
- +२ परीक्षा मे प्रथम
- IIT-JEE मे प्रथम दस
- IIT-मद्रास मे कंप्यूटर इंजीनियरिंग मे प्रथम
- "मस्सचुसेत्त्स" विश्वविद्यालय से आमंत्रण
- और सिविल परीक्षा , १९९१ मे प्रथम
- केरल कैडर के आईएस अधिकारी
- केरल साहित्य अकादमी से पुरस्कृत
इमानदार छवी के इस अधिकारी के कई बातें मशहूर हैं ! कहते हैं इन्होने ने अपने ससुर को ही कटघरे मे खड़ा कर दिया जब इनके ससुर अपने आईएस दामाद के नाम को भंजाने कि कोशिश कि ! अभी हाल मे ही केरल के एक मंत्री को अपना इस्तीफा देना पड़ा - क्योंकि राजू नारायणस्वामी उनके पीछे पडे थे !
ज्यादा डिटेल मे जानना है तो पढिये :-
http://www.indianexpress.com/story/214374.html
http://think-free.blogspot.com/2005/11/raju-narayanaswamy-ias.html
http://en.wikipedia.org/wiki/Raju_Narayana_Swamy
कुल मिला कर आपको यही लगेगा कि क्या "बिहार-UP " और क्या "केरल" सभी जगह के लोग एक जैसे हैं और सभी जगह SYSTEM मे कुछ ईमानदार अधिकारी है जिनके कारण यह SYSTEM चल रह है ! कुछ ऎसी ही कहानी बिहार के एक IPS अधिकारी कि रही है जिन्होंने अपने ससुर के घर ही vigilence का छापा पड़वा दिया था और मूड खराब हुआ तो राज नेताओं के गरम बिस्तर कि लाश को निकलवा लिया !
समाज को बिना किसी भेद भाव , जात -पात के द्वेष इस तरह के ईमानदार अधिकारीयों को हीरो बनाना चाहिऐ ताकी वोह राज नेताओं को नंगा कर सके !
लेकिन ऐसे अधिकारी सिर्फ और सिर्फ अपने होम कैडर मे ही हीरो बन पाते हैं ! अभी हाल मे ही गुजरात के एक बेहद ईमानदार आईएस अधिकारी जो बिहार के रहने वाले हैं , उन्होने इस्तीफा दे दिया और मुकेश अम्बानी कि team मे सबसे ज्यादा तनखाह पाने वाले अधिकारी बन गए ! दुर्भाग्यवश , मोदी अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नही किये हैं !
कुछ भी कहिये एक ईमानदार आईएस या IPS के सामने सभी पेशा फीका है !
रंजन ऋतुराज सिंह , नौएडा
7 comments:
आज पहली बार आपके चिट्ठे पर आया एवं आपकी रचनाओं का अस्वादन किया. आप अच्छा लिखते हैं, लेकिन आपकी पोस्टिंग में बहुत समय का अंतराल है. सफल ब्लागिंग के लिये यह जरूरी है कि आप हफ्ते में कम से कम 3 पोस्टिंग करें. अधिकतर सफल चिट्ठाकार हफ्ते में 5 से अधिक पोस्ट करते हैं -- शास्त्री जे सी फिलिप
मेरा स्वप्न: सन 2010 तक 50,000 हिन्दी चिट्ठाकार एवं,
2020 में 50 लाख, एवं 2025 मे एक करोड हिन्दी चिट्ठाकार!!
ससुर को घसीटने का सुनहरा मौक़ा मिले और भंजाए ना- ऐसा हो सकता है क्या ?
राजू नारायणस्वामी जी के बारे में जानकारी मिली। ईमानदारी की मिसाल हैं। मेरे जैसा बेईमान आदमी इन्हें नमन कैसे कर सकता है लिहाज़ा दूर से सलाम कर आगे बढ़ रहा हूं...
बिल्कुल ठीक कहा आपने ... वैसे अगर आप व्यवस्था से लड़ने में असमर्थ हो जाएं तो मेरा व्यक्तिगत रूप से मानने है कि हटने वाले को कायर नहीं समझना चाहिए ... कम से कम वो अपनी क्षमतानुसार लड़ा तो सही ... कमजोर होकर तो वो अपनी औप लड़ाई दोनों की साख पर बट्टा लगा देगा ... यही बात गुजरात के आईएएस अधिकारी पर भी लागू होती है।
बिल्कुल ठीक कहा आपने ... वैसे अगर आप व्यवस्था से लड़ने में असमर्थ हो जाएं तो मेरा व्यक्तिगत रूप से मानने है कि हटने वाले को कायर नहीं समझना चाहिए ... कम से कम वो अपनी क्षमतानुसार लड़ा तो सही ... कमजोर होकर तो वो अपनी औप लड़ाई दोनों की साख पर बट्टा लगा देगा ... यही बात गुजरात के आईएएस अधिकारी पर भी लागू होती है।
बिल्कुल ठीक कहा आपने ... वैसे अगर आप व्यवस्था से लड़ने में असमर्थ हो जाएं तो मेरा व्यक्तिगत रूप से मानने है कि हटने वाले को कायर नहीं समझना चाहिए ... कम से कम वो अपनी क्षमतानुसार लड़ा तो सही ... कमजोर होकर तो वो अपनी औप लड़ाई दोनों की साख पर बट्टा लगा देगा ... यही बात गुजरात के आईएएस अधिकारी पर भी लागू होती है।
Ek Baar Boliye "Shri Raju Narayan Swami ki jay ! Jaaaaaaaaaaaaaaaaay !!
क्या श्री राजू वाही हैं जो शायद बिहार के गोपालगंज जिले me डीएम रह चुके हैं? अगर आप उन्ही की बात कर रहे हैं तो आपकी काफी बातो से मैं सहमत हूँ.. मेरे पिताजी काफी दिनों तक इनके साथ काम कर चुके हैं और इनकी बहुत तारीफ़ भी करते रहें हैं.. आज भी पिताजी का इनके साथ बहुत अच्छे सम्बन्ध हैं..
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