Friday, October 10, 2014

फेसबुक के दोस्त .....


फेसबुक पर् पूरा पृथ्वी नज़र आ जाता है ! तरह - तरह का आईटम लोग ! कोई लॉग इन किया और एक तरफ से उसके वाल पर् जो नज़र आया उसको 'लाइक' कर दिया - लॉग ऑफ किया - चद्दर तान के सो गया ! ये तो ठीक है - एक दूसरा आईटम लोग है - लॉग इन किया और एक तरफ से जो कुछ उसके वाल पर् है - सबको एक तरफ से शेयर करता चला गया ! प्रभु आप महान हैं - मेरा प्रणाम स्वीकार करें ! 
कुछ लोग है - जो साल में सिर्फ एक दिन आपके वाल पर् नज़र आयेंगे - बर्थडे वाले दिन - हैपी बर्थ डे - रँजन जी - सर थैंक्स - कैसे हैं आप ? कोई जबाब नहीं  सुबह उठ के राम - मोहन - श्याम सबको बर्थ विश किये और चल दिए काम पर् - फेसबुक पर् भूकंप आया - ज्वालामुखी फटा - कोई मतलब नहीं ! 
कुछ लोग है - बहुत कम बोलने वाले - स्टेटस लिखेंगे - "I am going" - अरे बाबा ..कहाँ गोइंग ? कोई जबाब नहीं - कुछ देर बार इन्बोक्स में जबाब आएगा - पटना गोइंग ! त ..ई बात स्टेटस में लिख देते तो ...भूकंप आ जाता ...! हद् हाल है ! 
कुछ लोग ..आपका हर स्टेटस लाईक करेगा - जैसे हम लिख दिए - आज दो चाँद नज़र आया - एक का मुह धरती के तरफ - दूसरे का मुह सूरज के तरफ - वाह..रँजन सर ..ऐसा सिर्फ आप ही सोच सकते हैं ...गजब ! अब रँजन जी ...दो घंटा इसी सोच में ...क्या मै सचमुच 'वढेरा' से ज्यादा शक्तीशाली हो गया हूँ ! 
कुछ लोग शेर शायरी ! कहाँ कहाँ से शेर शायरी उठा लायेंगे - अब आप गूगल में खोजते रहिए - किसका लिखा हुआ है - आपका एक घंटा बर्बाद ! 
कुछ लोग जोक - जोक आया नहीं की - लाइक पर् लाईक - बाप रे कितना दोस्त छुपा के रखा है - एक से एक - ठुक घोंटते हुए - एक लाईक आप भी मार् दीजिए ...
[ यह अनुभव किसी भी जीवित या मृत व्यक्ती से सम्बंधित नहीं है ..बस यूँ ही लिख दिया गया ]


@RR - ४ जुलाई २०१२ 

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