मन की बातें - मन ही जाने - मन पवित्र - मन अपवित्र - मन साफ़ - मन गन्दा - मन हैवान - मन भगवान् - मन शुद्ध - मन अशुद्ध - मन में शक्ती - मन में भक्ती - मन से प्रेम - मन से घृणा - मन से दुलार - मन से फटकार - मन में सब कुछ - मन में कुछ नहीं ....
ये मन क्या है ...दिल / दिमाग / आत्मा ...ये है ..क्या ? कभी ये इतना चंचल ...सागर के तूफ़ान जैसा तो कभी झील के पानी सा शांत ...कभी ये मेरे वश में ...कभी इसके वश में हम ...मन में विचार - मन में सुविचार - मन में कुविचार ...मन की बातों को जुबान मिल जाए ..जीवन में भूकंप आ जाए ...जुबान न मिले ...अन्दर भूकंप आ जाए ...मन से मानो तो पत्थर भी देवता ...मन से ना मानो तो देवता भी पत्थर ...मन..मन..रे मन ...मन में छुपा ...मन से बाहर ...मन में तुम ...मन में हम ....
जो है ..मन से योगी ...वही है ..असल योगी ...मन को बाँध दिया ...जगत बंध गया ...मन खुला रहा गया ...जीवन को ही चर गया ...मन से अर्पण किया - मन से समर्पण किया - कोयला भी हीरा बन गया ...मन वहीँ बस गया ...जहाँ उसको सुकून मिल गया ...
@RR
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