Sunday, September 28, 2014

बारिश की फुहारों से.....


कभी कभी लगता है ...खूब तेज बारिश हो ..घनघोर ..आप किसी चारों तरफ से खुले हुए मडई / झोपड़ी के नीचे ..एक छोटे खटिया पर ...एक गमछी / तौलिया ओढ़ ...बारिश की फुहारों से खुद को बचाते हुए ...सिकुड़े हुए ...एक कुत्ता का बच्चा आपके खटिया के नीचे ..थोड़ी देर बाद ..आप प्यार उसको नीचे से उठाकर अपने समीप रख ले ...फिर आप दोनों देर तक ..उस बारिश का आनंद लें ...बारिश की फुहारें आपके बालों पर ..मोती जैसे चमक रहे हो ....

@RR - ६ अगस्त - २०१२ 

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