Monday, September 29, 2014

सिन्दूरी चाँद ....

ए चाँद ...तेरे हर एक रंग को देखा ....
गंगा के तीरे ....तुझे सिन्दूरी देखा ....


@RR - १५ अप्रैल -२०१४ 

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