जब कभी पटना आता हूँ - एक शाम अपने मोहल्ले और आस पास कुछ किलोमीटर जरुर पैदल घुमता हूँ ! बढ़िया लगता है ! बहुत कुछ तो नहीं बदला पर एक आमूल परिवर्तन जरुर नज़र आती है - वो है स्कूल / कॉलेज' की लड़कीओं का उसी चहल कदमी के साथ घुमना - जिस चहल कदमी के साथ उनके लडके दोस्त घुमते हैं ! यह माहौल आज से दस साल पहले नहीं था !
जिस इलाके में मै रहता हूँ वहां ढेर सारे कोचिंग संस्थान हैं ! कक्षा करीब अस्सी प्रतिशत लड़कीओं से भरा हुआ है - पुरे जोश के साथ वो अपने सपने और कैरियर को लेकर सजग हैं ! यह परिवर्तन जबरदस्त है ! गांवो में चले जाईये - सुबह नौ बजे और शाम चार बजे एक साथ सौ पचास लडकीयाँ साईकल पर सवार - अपने नीले सफ़ेद स्कूल ड्रेस में - कल तक विपरीत दिशा में अपने खिलाफ बहने वाले हवा को चिरती - निकल पडीं हैं - बुलंद इरादों के साथ - उस अनजान मंजिल की ओर - जो कई सदीओं से उनका इंतज़ार कर रहा था !
आजादी के समय यह सुविधा समाज के बहुत कम तबके के पास था - उसके बाद बड़े किसान आये - मैंने साठ और सत्तर के दसक में अपने ननिहाल में अपने मौसीओं को कैपिटेशन फीस पर मेडिकल स्कूल में जाते सुना है - सत्तर के बाद सरकारी नव धनाढ्य आगे आये पर यह प्रक्रिया बहुत धीमी थी !
पर पिछले आठ साल में जो क्रांती आयी है - उसका सारा श्रेय 'नितीश कुमार' को जाना चाहिए ! उसकी एक ख़ास वजह है - वो खुद जिस समाज से आते हैं - वहां स्त्रीओं को बराबर का दर्ज़ा मिला हुआ है और आज पढ़ाई लिखाई - आगे की सोच में वो समाज बिहार / यूपी का अग्रणी समाज है !
बस नितीश कुमार ने उसको पुरे समाज में फैला दिया - जो कल तक भूमिहार / कायस्थ / राजपूत / कुर्मी के नव धनाढ्य तक सिमित था वो जोश आज समाज के हर तबके में फ़ैल चूका है !
मेरे एक मित्र ने आज से वर्षों पहले मुझसे कहा था - "किसी भी महादेश / देश / राज्य /गाँव / समाज / परिवार को देखना हो ...उसके अन्दर एक नज़र झाँक लो ...वहां की महिलाओं को कितना हक मिला हुआ है - उसके बड़े / समृद्ध होने का बस और बस एक यही मापदंड है " !
"जो पिता कल तक अपनी पत्नी/ बहन को आँगन के बाहर कदम नहीं रखने देता था और आज अपनी बेटी के साइकिल के करियर में बेटी का स्कूल बस्ता रखते हुए ..न जाने कितनी आशाओं को देखता है " - यह एक जबरदस्त सामाजिक परिवर्तन है - इसकी गूँज बस अगले कुछ सालों में सुनाई ही नहीं - दिखाई भी देने लगेगी ...:))
लड़कों ...संभल जाओ ...जीवन साथी उसी मिजाज़ से पनप रही है ...जिसमे तुम पनप रहे हो ...
वैसे भी ...तुम लोग नया जेनेरेशन ...हमेशा बढ़िया ...
शुभआशीष ...:))
@RR - ५ अगस्त २०१३
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