ए उम्र थोडा धीरे चलो ना ...तुम्हारे साथ दौड़ते - दौड़ते थक गया हूँ ..तेरी तेज रफ़्तार मुझे बेदम कर देती हैं ..देखो ना ..जीवन के इस् खूबसूरत मोड़ पर् कितना बढ़िया नज़ारा ..तू आगे बढ़ ..मै यहीं थोडा रुक जाता हूँ ..मालूम नहीं तू कब बोंल दे ...सफर अब खत्म हुआ ..ए उम्र थोडा रुक ..न् !
@RR - 12 March 2012
@RR - 12 March 2012
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