छोटे शहरों की छोटी गलीओं के किसी घर से किरासिन तेल वाले स्टोव पर कूकर के सीटी के साथ पक रहे "मीट / मटन" की खुशबू के आगे दुनिया की सारी खुशबू फेल है ...वहीँ उस संकरी गली में खड़े होकर ...आँख बंद करके ...एक लम्बी सांस और खड़े गरम मसाला में पक रहे 'मीट / मटन' की सारी खुशबू ...एकदम से दिल में घुस जाता है ...और उसके बाद जो बेचैनी होती है ...मत पूछिए ...हा ..हा...हा...हा ...
"मीट / मटन" की खुशबू आयी ??? ...:))
"मीट / मटन" की खुशबू आयी ??? ...:))
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