तुम्हे पता होगा .... सावन में मेरे शब्द भींग जाते हैं ...हल्की फुहार में भी ...इनको टंगनी पर सुखने को मत डालना ...किसी कठोर क्लिप से इनको चांप मत देना ...कितना भी सुखाओगे ...हलके गीले रह ही जायेंगे ...सावन के शब्द वैसे ही अच्छे लगते हैं ...हलके गीले ....थोड़े वजन में ....
~RR
२९ जुलाई - २०१३
~RR
२९ जुलाई - २०१३
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